शब्दों से मौन
भावो से विहीन
फ़कीर हो जाना ,
अपनी ही धुन में आ जाना
अपने मस्ती में चलते जाना ,
शांति से बैठ जाना
वह भी किसी पेड़ के नीचे
प्रकृति की छाया में ,
और निहार लेना अपने को
ये घटनाएं जो हैं
बुद्ध होने की घटनाएं हैं
......✍संयम जैन
मैं एक हिंदी कवि और विचारक हूँ। मैं हिंदी कविता लिखता हूँ और हिंदी में विचारों को व्यक्त करता हूँ। मैं अपनी कविताओं और विचारों के माध्यम से भावनाओं और विचारों की यात्रा पर ले जाता हूँ। मेरी कविताएँ भावनाओं और विचारों की एक विस्तृत श्रृंखला को व्यक्त करती हैं। मैं प्रेम, दुख, खुशी, क्रोध, निराशा, आशा, और अन्य सभी भावनाओं के बारे में लिखता हूँ। मैं जीवन, मृत्यु, धर्म, राजनीति, समाज, और अन्य सभी विषयों पर भी लिखता हूँ।मैं हिंदी संस्कृति के मूल्यों और मान्यताओं को भी बढ़ावा देता हूँ।
खुद को खुद से सम्हालना होता है
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